बेमिशाल नेता जी



नेता जी हमसे  मिलने आये चुनाव के प्रचार में 

एक बार भी नही देखा हमने तब से गाँव के बाजार  में 

क्या बड़े -बड़े वादे बड़े -बड़े कस्मे निभा न सके वो अपनी रस्मे 

भूल गये वो हमको और उनको बिजी है अपने काम में 

कोई समस्या हो तो कहते है कि हल कर देगे कल परसों के शाम में 

लोग डरते है मिलने से उनसे डाले थे वोट औरो के नाम में 

बातो ही बातो में मै इतना कुछ कह दिया  नेता जी के गांव में 

फिर भी नेता जी ने मंच पर मुझे पैसा दिया इनाम में 

जब चुनाँव फिर आई  तो नेता जी को हम याद आये  अपने गाँव में 



                                                                                                 मास्टर मुकेश 

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