1-फलक से उतर कर जो जमी पर आई थी
वह न जाने कहा खो गयी अभी अभी
उसको देखते ही सारी कायनात थम सी गयी
वह खुदा की रूह न जाने कहाँ गयी अभी अभी
मेरी खुदा वो खुदा की खुदाया वो
रब की रबनबी मेरी जिंदगी वो
उसके आते ही जिस्म में जान आ गया अभी अभी
मेरी जान तो थी यही पर कही खो गयी अभी अभी
मेरी तमन्ना एक मेरी आरजू वो
मेरी मुश्किल वो मेरी मंजिल वो
उसे देखते ही एक जुनुनियत आ गयी अभी अभी
उसे पाने की फितूर छा गयी अभी अभी
उसके आते ही फिजा में बहार आ गये
अनायास ही सब फूलो की बगिया खिल गये
था तो मै यही पर उसे ही देख रहा था
पर शायद हू अब नही अब नहीं
2- थी हूर कोई एक लाजवाब
चौदवी का चाँद एक आफ़ताब
स्वागत करने आसमा उतरी अभी अभी
वह जाने कहा गयी मेरी जान अभी अभी
प्रेम की मूरत है मेरी ही सूरत है
मेरे ख्वाबो को उसकी ही जरूरत है
आई ख्वाबो से निकल कर मेरे अभी अभी
थी यही न जाने कहा गयी अभी अभी
वो पूनम की एक खामोश रात है
खुदा कसम उसमे कुछ तो बात है
जिस चाँद को मै जान से ज्यादा चाहता था
वह चाँद भी छुप गया अभी अभी
उसे देखकर एक मकसद मिल गया अभी अभी
बंजर जमी में गूल खिल गया अभी अभी
था तो मै यही पर उसे ही देख रहा था
पर शायद हू अब नहीं अब नहीं
3-हाथ तेरे याद के सिवा कुछ भी नहीं
पर तेरे बिना मेरी जिंदगी कुछ भी नहीं
जिन सपनो को मै शदियों से संजो रहा था
वह खूबसूरत सपना भी टूट गया अभी अभी
हम जल नहीं रहे तुझे याद कर रहे है
तुझसे ही तेरी फरियाद कर रहे है
जिन आइनों में मै तेरी तस्वीर देख रहा था
वह शीशा भी एक खनक के साथ बिखर गया अभी अभी
तुझे मै ढूढ रहा था की आया झट याद
टू तारो में होगी इस जहा के बाद
जिस तारे को मै कब से देख रहा था
वह तारा भी टूटकर बिसर गया अभी अभी
तुझे खोने बाद मै बढ़ता हू इस कदर
जैसी तेरी मंजिल की मुझे हो पहले से खबर
था तो मै यही पर उसे ही देख रहा था
पर शायद हू अब नहीं अब नहीं
4-तू रहेगी जहा वह मेरा प्यार होगा
उन हवाओ को भी मुझपे ही नाज होगा
तेरी गली का झोका मुझे छुआ तो था अभी अभी
न जाने व हवा भी किस गली से निकल गया अभी अभी
उस वादियो को तुम्हारा ही इंतजार था
ऐसा लगता है जैसे कोई और बेकरार था
जी चाहता है तुझे अपने बहो में भर लू
पर तू बाहे छुड़ाकर चली जाएगी अभी अभी
तुझे भूलने का अनोखा जतन कर रहा हू
खुले मौसम में उलझे रहने का प्रयत्न कर रहा हू
वो मौसम जो तेरे पास से होकर आ रही मेरे पास
तेरी ही याद देकर वो मौसम भी चली गयी अभी अभी
मै होता तो हर जमघट में औरो के साथ
करता भी हू सबसे हर समय दिल्लगी की बात
था तो मै यही पर उसे ही देख रहा था
पर शायद हू अब नहीं अब नहीं
5-मिला था कहाँ तुझसे यह याद न आ रही
ऐसा लग रहा मेरी जान जा रही
है वो मेरी आखिरी दम तक मेरी ही रहेगी
लो देखो फिर वो मेरे ख्वाब में आ गयी अभी अभी
एक पल जो बीत गये थे साथ तेरे
वो पल भी नहीं रहे अब पास मेरे
तेरी जुल्फों को जो छुआ था तेरीआगोस में
मेरे हाथो से उसकी खुश्बू आ रही है अभी अभी
उसे देखकर चाँद तारे शर्माते है
उसके दीदार को वक्त भी तरसते है
फलक से उतर कर वो घटा पर आती कभी कभी
वो मुझे भी दिखी थी बस अभी अभी
ऐसा तो हुआ नहीं था मेरे साथ कभी भी
एक लम्हा थम सा गया अभी अभी
था तो मै यही पर उसे ही देख रहा था
पर शायद हू अब नहीं अब नहीं
6-ऐसा लग रहा है मुझे कुछ तो हो गया
किसी के यादो में मै एकदम गुम सा हो गया
पानी की लहरे शांत हुयी है अभी अभी
वह चांदनी भी पिघल गयी अभी अभी
उसका चेहरा मेरे आखो के आगे है
अपना ही जिस्म मुझे मुर्दा लागे है
यही पर एक वादिया थी उसके साथ
उसके जाते ही वादिया किधर गयी अभी अभी
वह छू गयी दिल को कैसेहोले से
कैद करके रखा था दिल को न जाने कब से
सोया था मै गहरी नीद में अभी अभी
आखे खुलते ही स्वप्न बिखर गया अभी अभी
अब तो सोने के लिये बस एक बहाना चहिये
उसका हसता हुआ चेहरा याद आना चहिये
था तो मै यही पर उसे ही देख रहा था
पर शायद हू अब नहीं अब नहीं
7- जहा जहा जाता हू उसकी याद आती है
हर साये में उसकी चेहरा ही दिख जाती है
जैसे बदली थी धूप हो ही गयी अभी अभी
उसके जाने से सच ये क्या हो गया अभी अभी
वो थी कुछ ऐसी थी कुछ ऐसी
बहारो में फूलो की जैसी फूलो की जैसी
उसको सच में मै समझा ही था अभी अभी
ऐसा लग रहा मेरा सब कुछ लुट गया अभी अभी
न आह निकले न वाह निकले
उसको आगे साडी जहाँ फीका लागे
उसके आते ही मै जिंदा हुआ था अभी अभी
जाते ही जिस्म से जान निकल गया अभी अभी
उसके जाने की खबर मुझे मिला अभी अभी
था तो मै यही पर उसे ही देख रहा था
पर शायद हू अब नहीं अब नहीं
मास्टर मुकेश
