1-है वही जो कभी कल हुआ करते थे
ऐसे ही दिन रात में जिया करते थे
बस कुछ् भूले है तो अपने आप को हम
वरना वही है जो कभी इतिहास में हुआ करते थे
2-जीवन सार्थक अब जो न हुआ तो
हर बार चूक जायेगे लक्ष्य जो न मिला तो
भूल जो हुयी है उसे सुधार फौरन अति फ़ौरन करना है
अंततः दुःख के सिवा कुछ नही मिलेगा यह समय जो चूक गया तो
3-मान लेना हकीकत जान लेना कोई पड़ाव नहीं
जो भी है कही वह भटकाव के सिवा कुछ नहीं
बड़ी उलझन रे राम बड़ी मुश्किल में जान
जाना तो है कही दूर जिसकी कोई मुकाम नहीं
4-पानी को जान लेने से तृषा मिट नहीं सकती
प्रतीति के बिना प्रीत हो नहीं सकती
झुठलाने के लिये सही है आत्मा मरता नहीं
एक बोध के बिना हकीकत भी सच हो नहीं सकती
5-सब कहते हमें अनादि आनन्द अनंत
है कहा हम खुद हर कोई जनता है अपना अमरत्व
सबकी अपनी अपनी पगडंडी रे जाना सबको है
तेरा राम तेरे लिये सही अपना मिलेगा मेरे गन्तव्य
6- ठहर जा जरा होश में ये पल देख
बीत रहे ऐसे जिनका कुछ भी नहीं भेद
कुछ पल ये घड़ियाँ तू अपनी करके देख
सोचले देर हुआ तो समझ नहि पायेगा भेद
7- कभी कोई वक्त क्या इंतजार करता है वक्त का
अधियारे भी नहीं साथ देती हमेशा किसी रात का
तू भोर की तरईया यह जगत रैन बसेरा है
बिछड़ना ही है जब तो आस क्या किसी के साथ का
8- जरा सोच जैसे सब आये वैसे ही अन्त में गये
बीच में न जाने कितने लफड़े किसके लिये हुये
चलते चलते पूरी उम्र चलने में बस पहल किये
बाद में पता चला उन्हें भी एक ही कफ़न सबने दिये
9-कोई कहता हमें शिव कोई आत्मा का उपदेश देता
कोई परमात्मा की राह दिखाता जीव हमें बता देता
है सब कुछ हमी यह स्विकार न करना तू
खुद का खोजी बनान बस यही एक काम करना तू
10-कुछ भी न मानना तू खुद से जानना तू
कितनी भी मुश्किल हो डरना नहीं सामना करना तू
न कुछ झूठ यहा न कुछ सच यहाँ
जो तुझे मिल जाये उसी को सच जनना तू
मास्टर मुकेश
