1-जो सब कुछ मेरा तुझी पर लुटाये
ऐसे तैसे दिन कैसे रैन बिताये
मोहे प्रीत की लगन है लागी ..........2 मोहे प्रीत ......
2-सुध बुध खोये नैना नीर बहाये
उर अंतर छवि मन में बसाये
मोहे प्यास मिलन की जागी ..........2 मोहे प्रीत ......
3- तन मेरा मन प्रीत की बानी
तेरे बिना नहीं और कहानी
मोहे आस मिलन की जागी ..........2 मोहे प्रीत ......
4- जीना मरना एक कहानी
प्रीत बिना सब जग मुरझानी
कहे कैसे लगन ये लागी ..........2 मोहे प्रीत ......
5-याद में जीना तेरी याद मरना
सहज हुआ मेरा ये सब कहना
जाहिर जग में हुआ कहानी ..........2 मोहे प्रीत ......
6-प्रीत की होत न कोई ही बानी
तुझसे जुडी अब मेरी कहानी
चलने को साथ मैंने ठानी ..........2 मोहे प्रीत ......
7- एक तेरे सिवा मेरा कोई न दूजा
तेरी करू में अग्रिम पूजा
तेरी सुरति चढ़ने लगी ..........2 मोहे प्रीत ......
मास्टर मुकेश
