हमारे जैसे लोगो की मूलतः एक विचित्र समस्या होती है वह यह है क्या किया जाय क्यूकि ऐसा कुछ भी नहीं जो किसी ने पहले से न किया हो सच ये भी है की जिन्होंने प्रयास किया वे सब के सब सफल भी हुये | संसार के सारे व्यक्तियों की अगर बात किया जाय तो यही मालूम…
वैसे तो सबकी अपनी अपनी जीवन शैली होती है जैसे आम तौर पर सबकी है | पर कवि का जीवन कुछ बेहतर होता है ,यह भी कहना ठीक न होगा | फिर भी कवि का जीवन कुछ तो होता है | यह कहना बहुत आसान है पर समझना थोडा कठिन ,क्योकि कवि का जीवन या लेखको का जीवन आम …
आज दिनांक 31.01.2014 को विद्यालय जैसे ही पहुचा, वैसे भी हमारा महाविद्यालय में आने का मन भी नहीं था लेकिन कही न एक उत्सुकता थी जो हमें यहाँ तक खिचं लायी |महाविद्यालय में जैसे ही प्रवेश लिया मुझे बड़ा अटपटा लगा थोड़ी बेचैनी भी थी …